ड्रैगन फ्रूट क्या है ?
पिताया (Pitaya) एक फल है। यह अमेरिका का अलग-अलग प्रकार की कैक्टस प्रजातियों का देशज फल है। किन्तु आमतौर पर ड्रैगन फल की खेती दक्षिण पूर्व एशिया में, संयुक्त राज्य अमेरिका, कैरिबियन, ऑस्ट्रेलिया, मेसोअमेरिका और दुनिया के उष्णकटिबंधीय और उपोष्णकटिबंधीय क्षेत्रों में की जाती है। लैटिन अमेरिकी देशों में इसको फादर भी कहते हैं. इसमें कीवी फल की तरह ही बीज होते हैं.
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इसकी सबसे ज़्यादा पैदावार?
विश्व भर में वियतनाम में इसका सबसे ज़्यादा उत्पादन होता है और वही सबसे बड़ा निर्यातक देश है. वियतनाम में यह फल 19वीं शताब्दी में फ्रेंच आप्रवासियों की मदद से पहुँचा था.
भारत में ड्रैगन फ्रूट की खेती की शुरुआत 1990 के दशक में हुई (कमलम फल )की खेती तेजी से बढ़ रही है और कर्नाटक, केरल, तमिलनाडु, महाराष्ट्र, गुजरात, छत्तीसगढ़, ओडिशा, पश्चिम बंगाल, आंध्र प्रदेश, अंडमान और निकोबार द्वीप समूह, मिजोरम और नागालैंड के किसानों ने इसकी खेती करना प्रारंभ कर चुके हैं।
ड्रैगन फ्रूट दो रंग में होते हैं- लाल और सफेद. लाल रंग वाली वैरायटी की माँग ज़्यादा होती है. फल को बीच से काटकर उसे निकाला जाता है. यह काफ़ी मुलायम भी होता है और इससे शेक भी बनाया जाता है.
इसको लंबे समय से भारतीय ही माना जाता रहा था. पिछले साल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ‘मन की बात’ में कच्छ के ड्रैगन फ्रूट उपजाने वाले किसानों की प्रशंसा की थी. इसी वजह से इसकी खेती को आत्मनिर्भरता के अभियान से भी जोड़कर देखा जा रहा है.
- अंग्रेजी – ड्रैगन फ्रूट
- मेक्सिको -पिठैया
- मध्य और उत्तरी अमेरिका – पिटया रोजा
- थाईलैंड – पिथाजाह
- भारत – कमलम
ड्रैगन फ्रूट का पोषण मूल्य (न्यूट्रिशनल वैल्यू):
विटामिन C, आयरन, कैल्शियम, फास्फोरस ,अंटिओक्सिडेंट ,फाइबर
पोषकतत्व | मात्रा |
प्रोटीन | 3 ग्राम |
वसा (फैट) | शून्य |
कैलोरी | 136 |
आयरन | 8% |
फाइबर | 7 ग्राम |
विटामिन C | 9% |
विटामिन E | 4% |
मैग्नीशियम | 18% |
कैल्शियम | 107 |
ड्रैगन फ्रूट के 6 फायदे – 6 Benefits of Dragon Fruit :-
1. मधुमेह में ड्रैगन फ्रूट के फायदे
इसमें प्राकृतिक एंटीऑक्सीडेंट के साथ-साथ फ्लेवोनोइड, फेनोलिक एसिड, एस्कॉर्बिक एसिड और फाइबर होता है। ये सभी तत्व ब्लड में शुगर को नियंत्रित करने में मदद कर सकते हैं।
2. बैड कोलेस्ट्रॉल को कम करने
इसको खाने के फायदे में कोलेस्ट्रॉल को नियंत्रित रखना भी शामिल है। बढ़ा हुआ कोलेस्ट्रॉल शरीर में कई गंभीर बीमारियों की वजह बन सकता है, जिसमें दिल का दौरा और स्ट्रोक भी शामिल है । इसके लिए इसका उपयोग करना लाभकारी हो सकता है। एनसीबीआई (नेशनल सेंटर फॉर बायोटेक्नोलॉजी इंफार्मेशन) द्वारा प्रकाशित एक शोध में यह बताया गया है कि लाल इसका सेवन टोटल कोलेस्ट्रॉल (TC), ट्राइग्लिसराइड (TG) और कम घनत्व वाले लिपोप्रोटीन कोलेस्ट्रॉल (LDL-C) को कम कर सकता है। वहीं, यह अच्छे कोलेस्ट्रॉल को बढ़ाने में मदद कर सकता है
3. इम्यूनिटी के लिए
इम्यूनिटी को रोग प्रतिरोधक क्षमता भी कहते है। यह हमें कई रोगों से बचाने में मदद करती है। इम्यूनिटी शरीर के कुछ खास अंग, सेल और केमिकल से मिल कर बनी होता है और संक्रमण को खत्म करने में मदद करता है । इस क्षमता को बढ़ाने में भी ड्रैगन फ्रूट खाने के फायदे देखे गए हैं। मन जाता है कि इसमें मौजूद विटामिन-सी रोग प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत बनता है। इससे शरीर को कई तरह की बीमारियों से बचाया जा सकता है
4. हड्डियों और दांत के लिए लाभदायक
ड्रैगन फ्रूट खाने के फायदे हड्डियों और दांतों को मजबूती प्रदान करने में सहायक साबित हो सकते हैं। इसकी मुख्य वजह है, इसमें पाई जाने वाली कैल्शियम और फास्फोरस की मात्रा। कैल्शियम और फास्फोरस का अच्छा स्रोत होने के कारण इसका इस्तेमाल हड्डियों और दांतों के लिए लाभकारी साबित हो सकता है (13)। वहीं, इसमें मौजूद मैग्नीशियम भी हड्डियों और दांतों के लिए लाभदायक हो सकता है।
5. गर्भावस्था में लाभदायक
ड्रैगन फ्रूट प्रेगनेंसी में खाना चाहिए या नहीं, तो हम बता दें कि गर्भवती महिला के लिए भी ड्रैगन फ्रूट खाने के फायदे देखे गए हैं। गर्भावस्था के दौरान महिला के शरीर में एनीमिया के कारण खून की कमी होना आम समस्या है। ऐसा शरीर में आयरन की कमी से हो सकता है। ऐसे में शरीर में लाल रक्त कोशिकाओं की कमी हो जाती है, जो पूरे शरीर में ऑक्सीजन पहुंचाने का काम करते हैं।
गर्भावस्था में एनीमिया कई गंभीर समस्याओं जैसे गर्भपात, जन्म के समय शिशु की मृत्यु, समय से पहले प्रसव और अन्य समस्याओं का कारण बन सकता है। वहीं, इसमें आयरन की मात्रा पाई जाती है, जो आयरन की कमी को पूरा करने और एनीमिया से राहत पाने के लिए किया जा सकता है
6. भूख को बढ़ाने में इस के फायदे
भूख बढ़ाना भी ड्रैगन फ्रूट बेनिफिट्स में शामिल है। लेख में पहले ही बताया जा चुका है कि इसमें पाए जाने वाले फाइबर और विटामिन पेट संबंधी विकारों जैसे- पाचन क्रिया जैसी समस्याओं को दूर करने में कारगर सिद्ध होते हैं । वहीं इसमें पाया जाने वाला विटामिन-बी2 शरीर में मल्टीविटामिन की तरह काम करता है, जो भूख की कमी को ठीक कर सकता है.
ड्रैगन फ्रूट के नुकसान – Side Effects of Dragon Fruit
हालांकि, अभी तक इससे संबंधित कोई खास नुकसान सामने नहीं आए हैं, फिर भी हर चीज के दोनों पहलू होते हैं।
1- ड्रैगन फ्रूट का अधिक मात्रा में सेवन करने से वजन (Weight) बढ़ सकता है। क्योंकि इसमें शुगर पाई जाती है।
2- ड्रैगन फ्रूट का अधिक मात्रा में सेवन करने से दस्त (Diarrhea) की शिकायत हो सकती है।
अस्वीकरण: यह लेख केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है। यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है। अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें।jeewanlakshay.com इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है।
FAQ:-
Q. ड्रैगन फ्रूट कौन सी बीमारी में खाया जाता है?
A. लाल रंग के गूदे वाले इसमें बीटालेन (जो फल के अंदर लाल रंग बनाता है) होता है जो खराब कोलेस्ट्रॉल (LDL कोलेस्ट्रॉल) को कम करता है। फल के अंदर छोटे गहरे काले बीज ओमेगा-3 और ओमेगा-9 फैटी एसिड से भरपूर होते हैं जो दिल की बीमारियों के खतरे को कम करते हैं।
Q. ड्रैगन फ्रूट कब नहीं खाना चाहिए?
A. ड्रैगन फ्रूट जरूरत से ज्यादा खाने पर शरीर में बीटा-कैरोटीन जैसे एंटीऑक्सीडेंट की मात्रा बढ़ सकती है। जिसकी वजह से फेफड़ों के कैंसर का खतरा बढ़ सकता है।
Q. ड्रैगन फ्रूट की तासीर क्या होती है?
A. पोषक तत्वों से भरपूर ड्रैगन फ्रूट की तासीर ठंडी होती है, इसलिए गर्मी में इसे खाना बेस्ट है.
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